बढ़ती ठंड के मौसम में फसलों पर लग रहे कीड़ों से कैसे बचाऐं फसल

विशेषज्ञों के मुताबिक, सर्दी के दौरान फसलों में कीट लगने की दिक्कत एक सामान्य बात है। बतादें, कि इस समय तापमान कम होता है, इस कीटों के लगने की घटनाएं कम हो जाती हैं। परंतु, ये पूरी तरह से समाप्त नहीं होते हैं। कुछ कीड़े सर्दियों में भी फसल को काफी हानि पहुँच सकती है, जिनसे संरक्षण के लिए कृषक कुछ विशेष बातों का ध्यान रख सकते हैं।

 

किसान कृषि विशेषज्ञों की निगरानी में करें खेती 

सर्दियों के मौसम में किसान भाई फसलों की नियमित तौर पर निगरानी करें। कीट लगने के शुरुआती लक्षणों पर विशेष ध्यान दें। साथ ही, किसान रोग तथा कीटों के नियंत्रण के लिए आवश्यक कार्य करें। यदि आपके खेतों में खड़ी फसल में कीड़े लग गए हैं, तो आवश्यक कीटनाशकों का उचित समय पर उपयोग करें। बतादें, कि उन्हें उचित मात्रा में छिड़कें, जिसके लिए कृषक भाई कृषि विशेषज्ञों की सहायता ले सकते हैं। 

किसान भाई क्या छिड़काव कर सकते है ?
विशेषज्ञों का कहना है, कि मौसम में परिवर्तन की वजह फसलों पर कीड़े लग सकते हैं। किसान भाई कीड़ों से सहूलियत पाने के लिए ट्राईकोडर्मा, हारजोनियम दवा का छिड़काव कर सकते हैं। कीड़े लगने से फसलों की पैदावार पर प्रभाव पड़ सकता है। कीटनाशक दवा का फसल पर छिड़काव करने से इस चुनौती को दूर किया जा सकता है। भारत में सर्दियों का मौसम अक्टूबर से लगाकर मार्च तक रहता है। ये तापमान रबी की फसलों के लिए अत्यंत अनुकूल होता है। रबी सीजन की प्रमुख फसलें बाजरा, मटर, सरसों, टमाटर, गेहूं, जौ और चना इत्यादि है ?